
आधा चम्मच हल्दी पाउडर में चार से पांच बूंदे घी की मिलाएं फिर इसको गर्म करें और हल्का गुनगुना होने पर पलकों पर लगाए इससे आंखों के दर्द में आराम मिल जाता है । हल्दी पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर सफेद कपड़ा रंग ले और इस कपड़े को आंखों पर लगा कर बांध लें इससे बहुत जल्दी आंखों के दर्द में आराम मिल जाता है ।
हल्दी दूध महिलाओं में प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद कर सकता है। इसका सेवन विशेष रूप से उन महिलाओं को करने की सलाह दी जाती है जो हार्मोनल असंतुलन के कारण गर्भ धारण नहीं कर सकती हैं।
अगर लहसुन खाते हैं तो इसे नियमित तौर पर प्याज के साथ भोजन में जरूर डालिए. ये दोनों ही कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने में बेहद कारगर साबित माने गए हैं. लहसुन में पाया जाने वाला एलिसिन शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकता है.
सर्दी-जुकाम में हल्दी और वो भी खासतौर पर कच्ची हल्दी बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होती है। दरअसल, हल्दी में लिपोपॉलीसैकराइड होता है, जो एंटी- बैक्टीरियल, एंटी- वायरल और एंटी- फंगल एजेंट होने की वजह से हम इंसानों के इम्यून सिस्टम को प्रोत्साहित करता है। रोजाना एक गिलास दूध में एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर मिला कर पिएं, आप पाएंगे कि इससे आपको फ्लू लगने का खतरा कम हो गया है।
हल्दी सिर्फ भोजन का स्वाद ही नहीं बढ़ाती बल्कि विभिन्न तरह के शारीरिक फायदे भी प्रदान करती है। जानते है हल्दी के फायदे क्या है।
एक अच्छे शिक्षक में कौन से गुण होने चाहियें, यह समझाते हुए, यहाँ, सदगुरु बता रहे हैं कि किसी बच्चे के भविष्य को बनाने में शिक्षक की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण है?
हल्दी को अनेक सौंदर्य प्रसाधनों में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह त्वचा में गोरापन और निखार लाती है। यह त्वचा को चिकना बनाता है, झुर्रियों को हटाता है और समय से पहले बुढ़ापे के अन्य लक्षण जैसे मुँहासे कम कर देता है, और निशान को हल्का करता है। (फुंसी हटाने के घरेलु उपाय)
देखा जाए तो हल्दी के सप्लीमेंट भी मौजूद हैं लेकिन कच्ची हल्दी सबसे बढ़िया ऑप्शन है। आप चाहें तो सर्दियों में कच्ची हल्दी का हलुआ बनाकर रोजाना एक चम्मच इसका सेवन कर सकते हैं।
सिर में फुंसियां होने पर हल्दी और त्रिफला, नीम और चन्दन को पीसकर सिर पर मालिश करें।
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सालों से हल्दी का प्रयोग इसके चिकित्सीय गुणों के लिए होता चला आ रहा है। इसमें मौजूद पोषक तत्व इसे खास बनाते हैं। नियमित रूप से हल्दी, पानी, नींबू और शहद का सेवन तमाम स्वास्थ्य समस्याओं का एक उचित निदान हो सकता है। चलिए जानते हैं इसके कुछ महत्वपूर्ण फायदे।
अमूमन हमें हल्दी का सेवन नियमित मात्रा में करना चाहिए। कहा गया है कि रोजाना एक छोटे चम्मच हल्दी का सेवन हमारे लिए सही है। कुछ भी सीमा से ज्यादा हमारी सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसकी अधिकता खराब पेट, जी मिचलाने और डिजीनेस का कारण बन सकता है। हल्दी के सप्लीमेंट्स या कैप्सूल तो बिना चिकित्सकीय परामर्श के लेने ही नहीं लेना चाहिए। बेहतर तो यह होगा कि आप हल्दी का सेवन उसके प्राकृतिक रूप में website ही करें।
लिवर से संबंधित समस्या में कच्ची हल्दी फायदेमंद रहती है। कच्ची हल्दी का अचार, चटनी या किसी ना किसी रूप में सेवन जरूर करे। फैटी लिवर डिजीज, लिवर की विषाक्तता, लिवर सिरोसिस की बिमारियों में कच्ची हल्दी का सेवन करना लाभदायक होता है। लिवर से जुड़ी बीमारी के मरीजों को हल्दी का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श कर लेना चाहिए।
हल्दी को सरसों के तेल में मिलाएं और इसमें थोड़ा नमक मिलाकर सुबह मंजन करें इससे दांत साफ हो जाते हैं दांतों का पीलापन दूर हो जाता है।